महुआडांड़ में आंगनबाड़ी शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप

महुआडांड़
मुख्य बिंदु
आंगनबाड़ी केंद्रों में बन रहे शौचालयों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल,ग्रामीणों का आरोप—घटिया सामग्री व तय मानकों का उल्लंघन,ईंटों की कमजोर जोड़ाई, मसाले में कम सीमेंट और पानी का छिड़काव नहीं,बच्चों की सुरक्षा पर बड़ा खतरा, हादसे की आशंका,पीएचईडी विभाग ने जांच व कार्रवाई का आश्वासन दिया
आंगनबाड़ी शौचालय निर्माण में अनियमितताएं उजागर
महुआडांड़ प्रखंड (लातेहार) में आंगनबाड़ी केंद्रों पर बन रहे शौचालयों को लेकर भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पीएचईडी विभाग की ओर से कराए जा रहे निर्माण कार्य में मानकों की खुली अनदेखी की जा रही है
घटना का विवरण
स्थानीय लोगों का कहना है कि शौचालय निर्माण में घटिया ईंट और कमजोर मसाले का उपयोग किया जा रहा है। दीवारों की जोड़ाई इतनी कमजोर है कि हल्का दबाव डालने पर ही दीवारें हिलने लगती हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सीमेंट-बालू का मिश्रण निर्धारित अनुपात से काफी कम है और निर्माण के दौरान पानी का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा, जिससे दीवारें शुरू से ही कमजोर बन रही हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
ग्रामीणों ने निर्माण कार्य में चल रहे कथित भ्रष्टाचार और लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि सरकारी राशि की बंदरबांट की जा रही है और कोई भी कार्य पारदर्शी तरीके से नहीं हो रहा। ग्रामीणों ने कहा—“इन केंद्रों में बच्चे आते हैं। इतनी कमजोर दीवारें किसी भी वक्त गिर सकती हैं। यह सिर्फ भ्रष्टाचार नहीं, बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ है।”ग्रामीणों ने दोषी संवेदक पर तुरंत कार्रवाई और निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले में पीएचईडी विभाग के जेई दीपक महतो ने कहा कि शिकायतें गंभीर हैं और विभाग इस मामले की जांच करवाएगा।“यह पूरी तरह जांच का विषय है। जांच के बाद दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।” — दीपक महतो, जेई, पीएचईडी विभाग
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