
महुआडांड़, 3 अगस्त 2025
- जिला परिषद बस स्टैंड के मुख्य द्वार पर चापाकल वर्षों से खराब पड़ा है।
- चापाकल बीच सड़क में स्थित होने से वाहनों की आवाजाही में परेशानी।
- हादसे की आशंका हमेशा बनी रहती है, खासकर व्यस्त समय में।
- दुकानदारों ने कई बार जलसहिया को हटाने के लिए आवेदन दिया।
- “छोटी” दिखने वाली समस्या कभी बड़ा हादसा बन सकती है – जिम्मेदारी कौन लेगा?
महुआडांड़ स्थित जिला परिषद बस स्टैंड के मुख्य द्वार पर एक चापाकल वर्षों से मृत अवस्था में पड़ा है। यह चापाकल सड़क के बीचोंबीच स्थित है, जिससे प्रतिदिन दर्जनों ऑटो, बसें और दोपहिया वाहन गुजरते हैं। व्यस्त समय में स्थिति और भी जटिल हो जाती है, क्योंकि संकरी सड़क पर यह चापाकल न केवल अवरोध उत्पन्न करता है, बल्कि दुर्घटनाओं की भी वजह बन रहा है।
यह समस्या देखने में भले ही छोटी लगे, लेकिन है नहीं।
अगर कभी किसी वाहन से टकराकर बड़ा हादसा हो गया, तो उसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा?
प्रशासन की लापरवाही किसी की जान भी ले सकती है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
चापाकल को लेकर दुकानदारों और स्थानीय निवासियों में नाराज़गी है। दुकानदारों ने बताया कि उन्होंने कई बार जलसहिया से इस चापाकल को हटवाने की मांग की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
प्रशासन की निष्क्रियता
दुकानदारों के अनुसार, प्रशासन को लगातार सूचित करने के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है। अब यह चापाकल सिर्फ अनुपयोगी ही नहीं, बल्कि खतरे का प्रतीक बन चुका है।
इस मुद्दे पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और संबंधित विभागों की चुप्पी चिंताजनक है।
सवाल उठता है – अगर कोई अनहोनी होती है, तो जवाबदेही किसकी होगी?
JharTimes का संदेश
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रिपोर्ट: JharTimes संवाददाता
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