
महुआडांड़ (लातेहार), 3 सितम्बर 2025
- झारखंड सरकार ने नेतरहाट विद्यालय में बेटियों के प्रवेश की अनुमति दी।
- अब तक यह संस्थान केवल लड़कों के लिए आरक्षित था।
- अगले शैक्षणिक सत्र से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी।
- छात्राओं के लिए अलग छात्रावास, सुरक्षा व मेडिकल सुविधा तैयार की जाएगी।
- ग्रामीणों और अभिभावकों में फैसले को लेकर खुशी का माहौल।
ऐतिहासिक फैसला
महुआडांड़ से एक ऐतिहासिक खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घोषणा की है कि अब बेटियों को भी नेतरहाट आवासीय विद्यालय में पढ़ाई का अवसर मिलेगा। यह वही संस्थान है जिसने वर्षों से केवल लड़कों को ही प्रवेश दिया था और जिसकी गिनती देश के श्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में होती है।
सीएम ने कहा – “यह कदम झारखंड की बेटियों के लिए शिक्षा का नया अध्याय साबित होगा। अब वे भी वह मंच पाएंगी, जहां से जीवन में बड़े मुकाम हासिल किए जा सकते हैं।”
विद्यालय की प्रतिष्ठा
नेतरहाट विद्यालय अपनी उत्कृष्ट शिक्षा पद्धति और अनुशासन के लिए पूरे देश में जाना जाता है। यहां से निकले विद्यार्थी प्रशासन, शिक्षा, विज्ञान और विभिन्न क्षेत्रों में अपना परचम लहरा चुके हैं। अब बेटियों के लिए द्वार खुलने से इसे लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर माना जा रहा है।
प्रशासनिक तैयारी
राज्य सरकार ने विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया है कि अगले शैक्षणिक सत्र से ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाए। इसके लिए छात्राओं के लिए अलग छात्रावास, सुरक्षा व्यवस्था, मेडिकल सुविधा और अन्य बुनियादी ढांचे विकसित किए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि बेटियों को एक सुरक्षित और आधुनिक माहौल उपलब्ध कराया जाएगा।
स्थानीय प्रतिक्रिया
गांवों और परिवारों में इस निर्णय को लेकर उत्साह का माहौल है। महुआडांड़ निवासी एक अभिभावक ने कहा –
“अब हमारी बेटियां भी नेतरहाट जैसे संस्थान में पढ़कर अपने सपनों को पूरा कर सकेंगी। अब तक यह मौका सिर्फ लड़कों तक ही सीमित था।”
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