लातेहार में शांति की ओर कदम: जेजेएमपी के कमांडरों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता, अपनाई मुख्यधारा

लातेहार, 12 नवम्बर 2025
- झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के दो सक्रिय उग्रवादियों ने किया आत्मसमर्पण
- सब-जोनल कमांडर ब्रजेश यादव और एरिया कमांडर अवधेश लोहरा ने छोड़ी हिंसा की राह
- आत्मसमर्पण कार्यक्रम में पुलिस व अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
- ब्रजेश यादव पर था ₹5 लाख का इनाम, 20 वर्षों से था नक्सली गतिविधियों में सक्रिय
- साल 2025 में अब तक 21 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, प्रशासन ने बाकी से भी लौटने की अपील की
🔸शांति की ओर कदम: जेजेएमपी कमांडरों ने थामी मुख्यधारा की राह
लातेहार जिले में बुधवार को झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का असर एक बार फिर दिखा। प्रतिबंधित संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के दो कुख्यात उग्रवादियों — सब-जोनल कमांडर ब्रजेश यादव उर्फ राकेश और एरिया कमांडर अवधेश लोहरा उर्फ रोहित — ने हिंसा का रास्ता छोड़कर पुलिस और प्रशासन के सामने आत्मसमर्पण किया।
यह कार्यक्रम पलामू रेंज के आईजी शैलेंद्र कुमार सिन्हा, लातेहार एसपी कुमार गौरव, सीआरपीएफ 11वीं बटालियन के कमांडेंट यादराम बुनकर, और एसएसबी 32वीं बटालियन के कमांडेंट राजेश कुमार की उपस्थिति में संपन्न हुआ। अधिकारियों ने दोनों उग्रवादियों का फूलों के गुलदस्ते से स्वागत किया और मुख्य नक्सली ब्रजेश यादव को ₹5 लाख का प्रतीकात्मक चेक प्रदान किया। इस मौके पर दोनों के परिजन भी मौजूद थे।
🔸20 वर्षों से नक्सल आंदोलन से जुड़ा था ब्रजेश यादव
गुमला जिले के बिशनपुर थाना क्षेत्र के कठोकटवा गांव निवासी ब्रजेश यादव लगभग दो दशक से नक्सली गतिविधियों में संलग्न था। शुरुआत में वह माओवादी संगठन से जुड़ा रहा और 2010 में गिरफ्तारी के बाद भी उसने हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ा।
2018 में जेल से छूटने के बाद उसने जेजेएमपी संगठन का रुख किया और देखते ही देखते सब-जोनल कमांडर बन गया।
सरकार ने उस पर ₹5 लाख का इनाम घोषित किया था। ब्रजेश पर बिशनपुर और चैनपुर थानों में 10 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें विस्फोट, पुलिस पर हमला और रंगदारी जैसे अपराध शामिल हैं।
वहीं, दूसरा आत्मसमर्पण करने वाला उग्रवादी अवधेश लोहरा, लातेहार जिले के हेरहंज थाना क्षेत्र के बंदुवा गांव का निवासी है। वह भी कई वर्षों से जेजेएमपी संगठन में सक्रिय था और उगाही व धमकी जैसे मामलों में शामिल रहा। उस पर 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
🔸आईजी बोले — “अब नक्सलवाद ढलान पर है”
आत्मसमर्पण कार्यक्रम के दौरान पलामू रेंज के आईजी शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा,
“लातेहार में नक्सली गतिविधियों में उल्लेखनीय कमी आई है। पुलिस की सख्त कार्रवाई और सरकार की पुनर्वास नीति का असर अब साफ दिख रहा है। जो आत्मसमर्पण करेंगे, उन्हें सम्मान मिलेगा — जो नहीं करेंगे, वे कानून के शिकंजे से नहीं बच पाएंगे।”
उन्होंने बताया कि साल 2025 में अब तक 21 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
🔸एसपी बोले — “जेजेएमपी संगठन टूटने की कगार पर”
लातेहार एसपी कुमार गौरव ने बताया कि निरंतर अभियानों और जनता के सहयोग से नक्सली संगठन कमजोर हो रहे हैं।
“अब जेजेएमपी संगठन लगभग समाप्ति के कगार पर है। संगठन में चार से पाँच ही सदस्य बचे हैं, जो पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए भागते फिर रहे हैं। हम सभी से मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हैं।”
🔸जनता में बढ़ा भरोसा, प्रशासन को मिली राहत
स्थानीय लोगों ने भी इस कदम का स्वागत किया। हेरहंज क्षेत्र के एक ग्रामीण ने कहा,
“सरकार की नीति सही दिशा में जा रही है। अगर बाकी उग्रवादी भी लौटें, तो गांवों में फिर से चैन और विकास लौटेगा।”
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