सुग्गाबांध: प्राकृतिक सौंदर्य के बीच सुविधाओं की कमी बनी बड़ी चुनौती

लातेहार जिले का सुग्गाबांध पर्यटन के लिहाज से एक महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य, झरने, हरियाली और पहाड़ी नजारे पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। हर साल नवंबर से फरवरी तक सैकड़ों लोग सुग्गाबांध घूमने आते हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी उनकी यात्रा को चुनौतीपूर्ण बना देती है।स्थानीय और बाहर से आने वाले पर्यटक सड़क, शौचालय और मोबाइल नेटवर्क जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी से परेशान हैं। सुग्गाबांध तक पहुँचने वाली सड़कें जर्जर हैं, जिससे यात्रा के दौरान वाहन और यात्री दोनों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कई वाहन आधे रास्ते में ही थकान और खराब मार्ग की वजह से रुक जाते हैं। सौचालय और पीने के पानी जैसी सुविधाओं की कमी से पर्यटक असुविधाजनक स्थिति में रहते हैं। मोबाइल नेटवर्क भी खराब है, जिससे आपात स्थिति में संपर्क करना मुश्किल हो जाता है। आसपास के गांव—चेतमा, गोईरा, बंधुवा, हुरदांग और भित्रिकोना—भी इस नेटवर्क की कमी से प्रभावित हैं।पर्यटक इस स्थिति पर चिंता जताते हुए कहते हैं कि सुग्गाबांध का प्राकृतिक सौंदर्य अद्भुत है, लेकिन सुविधाओं की कमी के कारण यात्रा का आनंद पूरा नहीं हो पाता है प्रशासन ने भरोसा दिया है कि टूटी सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाओं को जल्द बहाल किया जाएगा। हालांकि, पर्यटक अब भी इंतजार कर रहे हैं कि सुविधाएं समय पर उपलब्ध हों और सुग्गाबांध का पर्यटन अनुभव और अधिक सुगम हो।फिलहाल, सुग्गाबांध का प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को आकर्षित करता है, लेकिन सुविधाओं की कमी इसे पर्यटन स्थल के रूप में पूरी तरह विकसित होने से रोक रही है।
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