महुआडांड़ में कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धा की लहर — दुर्गा मंदिर, शिव मंदिर और देवी मंडप में उमड़ा भक्तों का सैलाब

महुआडांड़, 5 नवंबर 2025
- कार्तिक पूर्णिमा पर महुआडांड़ के मंदिरों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब।
- दुर्गा मंदिर, शिव मंदिर और देवी मंडप बने आस्था के प्रमुख केंद्र।
- तड़के सुबह से ही श्रद्धालुओं ने स्नान-पूजन कर भगवान का आशीर्वाद लिया।
- “हर-हर महादेव” और “जय माता दी” के जयकारों से गूंजा पूरा क्षेत्र।
- महिलाओं ने व्रत रखकर की भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा-अर्चना।
कार्तिक पूर्णिमा पर महुआडांड़ में श्रद्धा और आस्था का संगम
दुर्गा मंदिर, शिव मंदिर और देवी मंडप में उमड़ा भक्तों का सैलाब
महुआडांड़ (लातेहार):
कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर बुधवार को महुआडांड़ प्रखंड धार्मिक उत्साह से सराबोर रहा। तड़के भोर से ही श्रद्धालु स्नान-पूजन के बाद मंदिरों की ओर उमड़ पड़े। स्थानीय दुर्गा मंदिर, शिव मंदिर और देवी मंडप में भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिलीं।
मंदिरों में भक्ति और उल्लास का माहौल
भक्तों ने दीप जलाकर, प्रसाद चढ़ाकर और भक्ति गीतों के माध्यम से वातावरण को मंगलमय बना दिया। मंदिर प्रांगण “हर-हर महादेव” और “जय माता दी” के जयकारों से गूंज उठा।
महिलाओं ने पूरे दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा-अर्चना की।
श्रद्धालुओं की भावनाएं
स्थानीय निवासी ने बताया,
“कार्तिक पूर्णिमा का दिन बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान की पूजा करने से सारे कष्ट दूर होते हैं और घर में सुख-शांति आती है।”
मंदिरों में दर्शन के बाद भक्तों ने परिवार सहित धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया। स्थानीय बाज़ारों में भी रौनक देखने को मिली, जहां फूल, दीया और प्रसाद की दुकानें सजी हुई थीं।
धार्मिक और सांस्कृतिक एकता की झलक
कार्तिक पूर्णिमा का यह पर्व महुआडांड़ में न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक रहा, बल्कि इसने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समरसता का भी सुंदर संदेश दिया।
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