JHARKHNAD NEWSLATEHARLOCAL NEWS

महुआडांड़ वुल्फ सैंक्चुअरी: भारत का एकमात्र भारतीय ग्रे वुल्फ अभयारण्य, जहाँ जिंदा है जंगल की असली आत्मा

महुआडांड़, 24 अक्टूबर 2025

  • महुआडांड़ वुल्फ सैंक्चुअरी भारत का एकमात्र भारतीय ग्रे वुल्फ अभयारण्य है।
  • यहाँ प्रकृति अपनी मूल अवस्था में देखने को मिलती है — बिना व्यावसायिक सजावट या कृत्रिम आकर्षण के।
  • भारतीय ग्रे भेड़िया (Canis lupus pallipes) — दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजाति, जिसकी रक्षा यहां की जा रही है।
  • अभयारण्य अक्टूबर से जून तक घूमने के लिए सर्वोत्तम, विशेषकर नवंबर से फरवरी के बीच प्रजनन काल में।
  • नेतरहाट, लोध जलप्रपात और बेटला नेशनल पार्क जैसे पर्यटन स्थल इसके आसपास मौजूद हैं।

भारत का एकमात्र भारतीय ग्रे वुल्फ अभयारण्य

लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड में स्थित महुआडांड़ वुल्फ सैंक्चुअरी भारत का एकमात्र ऐसा वन्यजीव क्षेत्र है, जो विशेष रूप से भारतीय ग्रे वुल्फ के संरक्षण के लिए समर्पित है।
यहां न तो पांच सितारा रिसॉर्ट हैं, न ही लक्जरी सफारी वाहन — बस प्रकृति का असली और जंगली रूप, जैसा वह सदियों से है।


भारतीय ग्रे भेड़िया: भारत का शांत शिकारी

भारतीय ग्रे भेड़िया (Canis lupus pallipes) एक स्लिम, मजबूत और अत्यंत सतर्क जानवर है। ये प्रजाति भारत के कठिन और शुष्क घास के मैदानों में जीवित रहने के लिए पूर्णतः अनुकूलित है।
हालांकि, वनों की कटाई, शिकार में कमी और शहरी विस्तार ने इनके अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है।

“भारतीय ग्रे वुल्फ इंसानों से दूर रहना पसंद करता है। लेकिन जब जंगल सिमटते हैं, तो ये संघर्ष बढ़ता है। महुआडांड़ जैसा अभयारण्य इनकी प्रजाति के लिए जीवनरेखा है।”


असली जंगल का अनुभव

महुआडांड़ में आने वाले पर्यटकों को प्राकृतिक जंगल की सच्ची अनुभूति मिलती है।
यहां पर्यटक फॉरेस्ट रेस्ट हाउस में ठहर सकते हैं और आस-पास के प्रसिद्ध स्थलों —
नेतरहाट हिल स्टेशन, लोध जलप्रपात (झारखंड का सबसे ऊंचा झरना) और बेटला नेशनल पार्क — का भ्रमण कर सकते हैं।
यह पूरा क्षेत्र जैव विविधता से भरपूर है और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शांत और अद्भुत अनुभव प्रदान करता है।


घूमने का सबसे अच्छा समय

अभयारण्य में घूमने का सबसे उपयुक्त समय अक्टूबर से जून तक है।
विशेषकर नवंबर से फरवरी के बीच जब भेड़ियों का प्रजनन काल होता है, तो उन्हें देखने की संभावना अधिक रहती है


📰 JharTimes का संदेश

JharTimes हमेशा आपके लिए झारखंड की प्राकृतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक धरोहरों से जुड़ी सच्ची खबरें लाने का प्रयास करता है।
हमारा उद्देश्य है — झारखंड की मिट्टी, जंगल और जनजीवन को दुनिया तक पहुँचाना।


📢 झारखंड की ताज़ा खबरें अब सीधे आपके WhatsApp पर!

🔗 WhatsApp ग्रुप जॉइन करें

झारटाइम्स – आपके गाँव, आपके खबर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button