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प्रकृति की गोद में बसा सुग्गा बांध, दिसंबर से नए साल तक पर्यटकों के स्वागत को पूरी तरह तैयार

महुआडांड़, 11 नवंबर 2025

  • सुग्गा बांध दिसंबर से नए साल तक पर्यटकों के स्वागत को तैयार
  • बांध परिसर को सजाया-संवारा गया, जोड़े गए नई सुविधाएं
  • हर साल हजारों लोग पिकनिक और प्रकृति का आनंद लेने पहुंचते हैं
  • स्थानीय ग्रामीणों ने पर्यटकों से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की
  • सुग्गा बांध अब महुआडांड़ की पहचान और झारखंड की प्राकृतिक धरोहर बन चुका है

सुग्गा बांध फिर बनेगा आकर्षण का केंद्र

महुआडांड़ अनुमंडल का प्रसिद्ध सुग्गा बांध एक बार फिर सर्दियों और नए साल के मौके पर पर्यटकों का स्वागत करने को पूरी तरह तैयार है। दिसंबर 2025 से लेकर फरवरी 2026 तक यह बांध अपने प्राकृतिक सौंदर्य, हरियाली और शांत वातावरण से आगंतुकों को आकर्षित करेगा।

प्रशासन और स्थानीय समुदाय की पहल से बांध परिसर को सुंदर तरीके से सजाया गया है। नई बैठने की व्यवस्था, साफ रास्ते और सुरक्षा पर खास ध्यान दिया गया है ताकि आने वाले पर्यटक पहले से अधिक आरामदायक अनुभव पा सकें।


प्रकृति की गोद में बसे इस स्थल का अद्भुत नज़ारा

हरे-भरे जंगलों, पहाड़ियों और शांत झील से घिरा सुग्गा बांध झारखंड के सबसे शांत और मनमोहक स्थलों में से एक माना जाता है। दिसंबर से फरवरी के बीच यहां हजारों परिवार पिकनिक मनाने, फोटोशूट कराने और प्राकृतिक शांति का आनंद लेने पहुंचते हैं।

“सुग्गा बांध सिर्फ पिकनिक का स्थान नहीं रहा, यह अब हमारी पहचान बन गया है। हम चाहते हैं कि यहां आने वाले लोग इसकी खूबसूरती और स्वच्छता बनाए रखें।”


स्थानीय लोगों की अपील

ग्रामीणों और प्रशासन ने मिलकर पर्यटकों से अपील की है कि वे स्थल की स्वच्छता और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में सहयोग करें। कचरा फैलाने या प्लास्टिक उपयोग पर रोक के लिए भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।


झारखंड की धरोहर के रूप में उभरता सुग्गा बांध

तेजी से विकसित हो रहे पर्यटन स्थलों में सुग्गा बांध अब एक प्राकृतिक धरोहर के रूप में जाना जा रहा है। इसका सौंदर्य, सुकून और हरियाली न केवल झारखंड के लोगों को बल्कि अन्य राज्यों से आने वाले आगंतुकों को भी आकर्षित कर रहा है।


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