सुग्गा बांध: पर्यटन स्थल नहीं, प्रशासन की उपेक्षा का शिकार

लातेहार, 28 अक्टूबर 2025
- लातेहार का सुग्गा बांध पर्यटन और रोजगार दोनों के लिए संकट में।
- जर्जर सड़कों और प्रशासनिक उपेक्षा से पर्यटक आना बंद कर रहे हैं।
- स्थानीय लोगों का कहना – “सुग्गा बांध हमारी पहचान है, इसे बचाना जरूरी।”
- विभाग को कई बार शिकायत के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
- सड़क सुधार और सुरक्षित मार्ग की मांग को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश।
सुग्गा बांध संकट: जर्जर सड़कें बनीं पर्यटन और रोजगार के लिए खतरा
लातेहार जिले का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सुग्गा बांध अब अपनी खूबसूरती से ज्यादा बदहाल सड़कों के लिए चर्चा में है। वर्षों से स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार का प्रमुख केंद्र रहा यह इलाका अब प्रशासनिक लापरवाही की वजह से गहराते संकट का सामना कर रहा है।
सड़क की हालत ने रोक दिया विकास का पहिया
सुग्गा बांध तक जाने वाली सड़कें जगह-जगह से टूटी हुई हैं। गहरे गड्ढे, कीचड़ और पानी से भरे रास्ते किसी जाल की तरह बन गए हैं। बरसात के दिनों में तो हालात और बिगड़ जाते हैं — छोटी गाड़ियां फंस जाती हैं, बसें आधे रास्ते में लौट जाती हैं।
“सुग्गा बांध हमारी पहचान है। लेकिन सड़क की यह हालत न केवल पर्यटन बल्कि हमारी आजीविका के लिए भी खतरा पैदा कर रही है। अगर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, तो यह स्थल आने वाले समय में सिर्फ यादों तक सीमित रह जाएगा।”
प्रशासनिक चुप्पी से नाराज़ स्थानीय लोग
लातेहार मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष सुभाष सिंह के अनुसार, विभाग को बार-बार स्थिति से अवगत कराया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
उन्होंने कहा, “हमने कई बार प्रस्ताव और ज्ञापन दिए, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला, कार्रवाई नहीं।”
स्थानीय लोगों की अब यह स्पष्ट मांग है कि सड़क का पुनर्निर्माण और चौड़ीकरण जल्द किया जाए ताकि पर्यटक फिर से सुग्गा बांध तक सुरक्षित पहुँच सकें।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
सुग्गा बांध केवल एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि लातेहार की आर्थिक धड़कन है। यहाँ के दुकानदार, नाव संचालक, गाइड और छोटे होटल संचालक सीधे तौर पर पर्यटन पर निर्भर हैं।
पर्यटन ठप होने से रोजगार पर असर पड़ा है और युवाओं का पलायन भी बढ़ा है।
स्थानीय उम्मीदें और प्रशासन से अपेक्षा
लोग चाहते हैं कि प्रशासन न केवल सड़क मरम्मत करे, बल्कि बारिश के मौसम में आने-जाने के लिए वैकल्पिक सुरक्षित मार्ग भी तैयार करे। साथ ही, पर्यटन विकास योजनाओं के तहत यहाँ सुविधाजनक ठहराव स्थल, संकेत बोर्ड और सुरक्षा प्रबंधन की भी आवश्यकता महसूस की जा रही है।
JharTimes की प्रतिबद्धता:
JharTimes हमेशा आपके लिए सच्ची, जिम्मेदार और जनहित से जुड़ी खबरें लाने की कोशिश करता है। अगर आपके इलाके में भी ऐसी कोई समस्या है, तो हमें जरूर बताएं — आपकी आवाज़ हम तक पहुँचती है, और हम उसे प्रशासन तक पहुँचाने का प्रयास करते हैं।
📢 झारखंड की ताज़ा खबरें अब सीधे आपके WhatsApp पर!
🔗 WhatsApp ग्रुप जॉइन करेंझारटाइम्स – आपके गाँव, आपके खबर



