खबर का असर: असहाय सिमोन बृजिया की मदद को आगे आईं फुलमनी तेलरा, ठंड से बचाव के लिए पहुंचाई राहत सामग्री

महुआडांड़ (लातेहार) प्रखंड अंतर्गत बंदूवा गांव निवासी असहाय युवक सिमोन बृजिया की दर्दनाक जिंदगी पर प्रकाशित खबर का असर अब स्पष्ट रूप से जमीन पर दिखाई देने लगा है। खबर सामने आने के बाद समाज के संवेदनशील लोग आगे आकर उसकी मदद करने लगे हैं। इसी कड़ी में मिर्चैया गांव, थाना व प्रखंड गारू (लातेहार) की निवासी तथा आईटीआई कुजरा, लोहरदगा में इलेक्ट्रॉनिक्स मैकेनिक ट्रेड की प्रशिक्षण पदाधिकारी फुलमनी तेलरा ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए सिमोन की सहायता की।फुलमनी तेलरा ने बताया कि सिमोन के संघर्ष के बारे में जानकारी मिलने के बाद उन्हें अपना बीता हुआ कठिन समय याद आ गया। यह सोचकर उनका मन द्रवित हो उठा कि आज भी कोई युवक बिना माता-पिता, बिना घर और बिना सहारे के जीवन जीने को मजबूर है। इसके बाद उन्होंने अधे गांव निवासी सुनेश्वर बृजिया के साथ बंदूवा गांव जाकर सिमोन से मिलने का निर्णय लिया।
गांव पहुंचने पर उन्हें बताया गया कि सिमोन का पुराना घर पूरी तरह गिर चुका है और वह फिलहाल दूसरे लोगों की दया पर निर्भर होकर रह रहा है। उसी दौरान जानकारी मिली कि सिमोन इस समय बैल (ऑक्स और गाय) चराने गया हुआ है, जिसके बाद दोपहिया वाहन से जाकर उससे मुलाकात की गई।
बातचीत में सामने आया कि सिमोन के पिता का निधन तब हो गया था जब वह मात्र 5 वर्ष का था। इसके बाद उसकी मां भी दूसरे व्यक्ति से विवाह कर उसे छोड़कर चली गई। उसके भाई-बहनों का आज तक कोई पता नहीं चल सका है। पिछले पांच वर्षों से सिमोन एक दूसरे परिवार के सहारे ही जीवन गुजार रहा है और उन्हीं के घर पर आश्रित है।सिमोन की दयनीय स्थिति को देखकर फुलमनी तेलरा ने उसे तत्काल ठंड से बचाव हेतु1 कंबल, 1 जोड़ी जूता ,2 जोड़ी मोजा,1 स्वेटर, 1 ऊनी टोपी प्रदान किया।इस मौके पर उन्होंने कहा
“यह कोई बड़ा काम नहीं है, लेकिन अगर किसी बेसहारा व्यक्ति के दुख में थोड़ी भी राहत पहुंच जाए, तो वही सबसे बड़ी इंसानियत है।”इस मदद से सिमोन को जहां ठंड से राहत मिली, वहीं उसके चेहरे पर एक नई उम्मीद भी दिखाई दी। यह साफ साबित करता है कि समाज में आज भी ऐसे लोग मौजूद हैं, जो दूसरों के दर्द को अपना समझते हैं।अब एक बार फिर से सभी की निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं कि
क्या सिमोन बृजिया को जल्द पक्का मकान और सरकारी योजनाओं का वास्तविक लाभ मिल पाएगा या नहीं।
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