नेतरहाट पंचायत के सिरसी व चंपा पंचायत के पत्थर टोली में ‘हर घर नल का जल’ योजना फेल, ग्रामीणों में भारी आक्रोश

महुआडांड़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘हर घर नल का जल’ नेतरहाट पंचायत के सिरसी टोला और चंपा पंचायत के पत्थर टोली में पूरी तरह से फेल होती नजर आ रही है। लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा है। इससे क्षेत्र के लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।ग्रामीणों का आरोप है कि जलमीनार में की गई बोरिंग पूरी तरह से गलत और असंगत है। स्थिति यह है कि एक टंकी पानी भरने में कई-कई दिन लग जाते हैं, जिससे नियमित जलापूर्ति संभव नहीं हो पा रही है। कई बार तो हफ्तों तक नल से एक बूंद पानी नहीं आता।
जान जोखिम में डालकर करना पड़ता है पानी चालू
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि पानी के कनेक्शन का लॉक काफी ऊँचाई पर लगाया गया है, जबकि वहां चढ़ने के लिए कोई सीढ़ी या सुरक्षित व्यवस्था नहीं की गई है। मजबूरन लोगों को जान जोखिम में डालकर खंभे या दीवार के सहारे चढ़कर पानी चालू करना पड़ता है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
50 से अधिक घरों में सिर्फ 8–10 जगह नल कनेक्शन
योजना की सबसे चौंकाने वाली सच्चाई यह है कि 50 से अधिक घरों वाली इस बस्ती में मात्र 8 से 10 जगह ही नल कनेक्शन लगाए गए हैं। बाकी घरों के लोग आज भी कुआं, चापानल या नदी का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों ने की जांच और कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि इस योजना की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषी ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई हो। लोगों का कहना है कि कागजों में योजना पूरी दिखाकर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है।
📢 झारखंड की ताज़ा खबरें अब सीधे आपके WhatsApp पर!
🔗 WhatsApp ग्रुप जॉइन करेंझारटाइम्स – आपके गाँव, आपके खबर



